Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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बे वजह अब मुस्कुराता कौन है

 

बे वजह अब मुस्कुराता कौन है

आग सीने में लगाता कौन है |

 

याद का तूफां उठाता कौन है
रात भर हमको जगाता कौन है |

 

चुप रहें तो दम घुटा जाता मगर

बोलते तब चुप कराता कौन है|

 

पूछते हो तुम जुदाई का सबब

पर हदों के पार जाता कौन है |

 

आप भी दामन छुडाकर चल दिए

दिलजलों से दिल लगता कौन है |

 

आपकी तारीफ़ में अब क्या कहें

दीप सूरज को दिखाता कौन है |

 

पाक दामन आप थे हम भी मगर

दाग दामन पर लगाता कौन है |

 

शेखियां सब झाड़ते हैं “ आरसी “

आसमां धरती पे लाता कौन है|

 

 

आर० सी० शर्मा “आरसी”

 

 

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