क्या तेरी औकात बता
तू मत अपनी जात बता |
अपने बीच हुआ जो भी ,
खुल कर पूरी बात बता |
दुनियां आदर देगी पर
मत खुद को सुकरात बता
लिखना केवल सच को सच
दिन को तो मत रात बता |
हमको भी कुछ कहना है
तू अपने ज़ज्बात बता |
मेरी जफा का ज़िक्र तो कर
तू ने की जो घात बता |
मेरा तो रब मालिक है
कुछ अपने हालात बता |
-----आर० सी० शर्मा "आरसी"
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY