Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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जय गुरु नानक

 

जय गुरु नानक
जय जय गुरु नानक प्यारे ।
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
तुम प्रगटे तो हुआ उजाला
दूर हुए अँधियारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥

जगत झूठ है सच है ईश्वर
तुमने ही बतलाया ।
वेद पुरान कुरान सभी का
सार हमें समझाया ।
पावन 'गुरुवाणी' से हरते
सब अज्ञान हमारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥

मानव सेवा, परमारथ का
मार्ग हमें दिखलाया ।
दीन दुखी से प्रेम करो, यह
मंत्र हमें सिखलाया ।
शिष्य भाव को जगा , मिटाये
भाव भेद के सारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥

भूले भटके जग को तुमने
सच की राह दिखाई ।
घृणा द्वेष को मिटा प्रेम की
मन में ज्योति जलाई ।
एक बार फिर आकर कर दो
अंतर में उजियारे ॥जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
- डाॅ. राम वल्लभ आचार्य

????????श्री गुरुनानक जयंती????????
की हार्दिक बधाई एवं शुभकामना
 

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