माहौल खुशनुमा
माहौल खुशनुमा है मेरा यार बहुत खुश है ।
आँखों में आसमाँ है दिलदार बहुत खुश है ।
होने लगे हैं जारी कामों के नये आर्डर,
मिलने लगा कमीशन सरकार बहुत खुश है ।
करने लगे हैं नेता दौरे जगह जगह के,
सपने दिखा रहा है सरदार बहुत खुश है ।
देकर दवा नशे की कुछ दर्द कम किया है,
कहता है डाॅक्टर अब बीमार बहुत खुश है ।
मालुम है उसको बच्चा भूखा है रो रहा है,
देकर उसे खिलौने मक्कार बहुत खुश है ।
दीवार के गड्ढों पर तस्वीर टाँग दी है,
तस्वीर खूबसूरत दीवार बहुत खुश है ।
सौगात मुफ्त वाली निशदिन लुटा रहे हैं
वादों की झड़ी वाला संसार बहुत खुश हैं ।
हर रोज़ लम्बे चौड़े इश्तहार छप रहे हैं,
क्यों ना पढ़े कसीदे अखबार बहुत खुश है ।
हैं तीखी तीखी बहसें टी वी की चैनलों पर
टी आर पी बढ़ी है पत्रकार बहुत खुश है ।
कुदरत के करम से है गर खुशगवार मौसम,
अपना जतन समझकर अवतार बहुत खुश है ।
- डाॅ. राम वल्लभ आचार्य
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