Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

भूख के नाखूनों ने

 

भूख के नाखूनों ने
खरोंचा है इतनी बेरहमी से
कि लगता है
खरोंच के जख्मों से उबरना मुश्किल है
प्राण ही जाएगी


Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ