आसमां भरा सितारा.....
ऐ सोनू!तुम्हें कितना चाहता हूं,
बता नहीं सकता कितनी मोहब्बत है
तुमसे, मैं जता नहीं सकता
अपनी मोहब्बत को शब्दों के
स्नेह मोती बनाकर किस्से कहानियों
और कविताओं में सजाऊंगा
दिल के जज्बातों को गजलों में
सजाया करता हूँ तुम्हें
सोच सोचकर मन में मुस्कुराया करता हूँ
तेरा हाथ थामा है जब से मुझे
सहरा मिल गया एक बेसहारा
लहर था कभी किनारा मिल गया
रब से जो मांगा था�
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Rajendra Pandey
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