Rajkumar R Tiwari
चेहरे की चमक तो मुस्कुराने से बढती है.
रिश्तों की अहमियत तो निभाने से बढती है.
मायने ये नहीं रखता की कितना तुम कमाते हो,
क्योंकि दौलत की कद तो बचाने से बढती है.
दिखावापन हर एक चीज़ का अच्छा नहीं होता,
कुछ चीज़ों की कीमत तो छुपाने से बढती है.
दोस्तों, दूरियां तो दर्द देती आई है सदा से,
और नजदीकियां तो घर आने-जाने से बढती है.
"नूरैन" गैरों की रुसवाई पे हम आह नहीं करते,
तड़प तो अपनों के हाथों चोट खाने से बढती है.
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