Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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रिजल्ट आ गया !

 

रिजल्ट आ गया !
घबराहट को पानी के गिलास में भर
दो घंटे से पीछे जा रहा हूँ।
हाय! रिजल्ट आ गया
आसमाँ पूरा पीला-पीला नजर आ रहा है।
दिल की बैचेनी अब आँखों में उतर रही है।
हाय! कैसे साँस पे साँस चढ़ रही है।
रिजल्ट आ गया।
कमबख़्त ये डब्बा भी कुछ
दिखा नहीं रहा है, और रात भी
दिन की तरह थम-थम के गुजर रही है।
पूरा शरीर ये कैसे दर्द में जकड़ गया है
रिजल्ट आ गया।
सुबह के अखबार ने भी धोखा दिया
किसी कोने में जिक्र था नहीं
मगर रे……..रे रिजल्ट आ गया ।
चिन्टू ने भी पूरा रुला दिया
कहता था तुरन्त बताऊगाँ पर
स्वीच आॅफ कर मर गया रे !
रिजल्ट आ गया।

 

 

 

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