१
सुख – दुःख में
रिश्ते बुलाते गाँव
भूले तो छूटे ||
२
लंगोटी यार ,
राखी भाई का रिश्ता
मन से निभा ||
३
रिश्ते अपने
समर्पण माँगते
दोनों से निभे ||
४
स्वार्थ बिगाड़े
रिश्तों का ताना – बाना
छल उपजे ||
५
सदा ही खुला
रिश्तों का दरवाजा
मार्ग दोराहा ||
६
रिश्तों के गाँव
सदा लम्बी है छाँव
रुतबा बड़ा ||
७
रिश्ते बचाना
दुनिया जादू – टोना
दुआ ही दवा ||
८
बेटी की डोली
गाँव विदा हो जाता
हड़प्पा बाकी ||
९
रिश्ते निभते
युगों की परंपरा
बेटी के जिम्मे ||
रमेश कुमार सोनी
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