पाकिस्तान है कि मानता नही. पाकिस्तान अपनी करतूतों की वजह से पूरे विश्व में जिलहत का सामना कर रहा है. अभी हाल में पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने अमेरिकी दौरे पर आतंकवाद और भारत विरोधी डोजियर को लेकर फटकार सुनी. जहां उन्हें काफी शर्मिंदगी महसूस हुई.
मामला वहां का शान्त हुआ ही था. अब पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पाक को जलील करने की बची कुची कसर पूरी कर ली है. आतंकवाद को लेकर विश्व जानता है कि पाकिस्तान इसकी फैक्ट्री बन चुका है.
जहां आंतकवादी बनाए जाते हैं. ये विश्व जानता है, लेकिन अब सच्चाई को पाक ने कबूल भी कर ली है. पूर्व राष्ट्रपति ने अपने बड़बोलेपन में पाक की हकीकत बयां कर दी. उन्होने अपने एक सुलगते साक्षात्कार में कह दिया कि पाक में आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी गई है.
उन्हें बकायदा भारत के विरोध में ट्रेनिंग दी गई. और कहा गया कि कश्मीर में अपने हक के लिए लड़ो. उन्होनें कहा कि तालिबान को पाकिस्तान ने बनाया है. कश्मीर में जाओ और वहां कि सुख शान्ति बर्बाद करो. भारतीय सेना से लड़ो. ओसामा बिल लादेन, हाफिज सईद, जैसे खूंखार दरिंदों को अपना हीरो बताया. परवेज के लिए जो हीरो हैं. वो पूरे विश्व के लिए दरिंदे हैं.
हीरो के परिभाषा भी शायद मुशर्रफ को नही पता है. मुशर्रफ जरा फिल्में भी देखना शुरू कर दो. फिल्मों में जो हीरों होते हैं, उनका काम लोगों की रक्षा करना होता है. किसी की हत्या करना नही होता. ये काम तो विलेन का होता है. जो बाद में कुत्ते की मौत मारा जाता है. एक नतीजा तो आप के सामने आ ही चुका है. एक हीरों आप का इस दुनिया में नही रहा.
जल्द ही औरों की बारी भी हो सकती है. निर्दोषों को मारकर कोई हीरो नही बनता जनाब. उसे दहशतगर्द कहते हैं. ऐसा नही कि जिन्हें आप ने ट्रेंनिग दी उन्होने पाक को छोड़ दिया है. वहां एक स्कूल में गोलियों का चलना, जिसमें बहुत सारे मासूम मारे गए थे.
अटारी में फियादीन बम धमाका, जिसमें बहुत सारे पाक के नागरिक मारे गए. जिसे आप ने तैयार किया है वही इसको अंजाम दिया. पर आप को क्या आप तो ठहरे बड़े लोग. कोई मरता है तो मरे. भारत में कैसे अशान्ति फैलाई जाए, ये सोच में डूबे रहते हो. दो विश्व युद्ध तो हो चुके हैं. अब तीसरे की तैयारी हो रही होगी. लगता है पाकिस्तान की वजह से होगा. भारत को छोड़कर पहले अपने देश की शांति व्यवस्था को देखो.
पाक की तरफ से भारत में आंतकवादी भेजने के हमेशा भरपूर कोशिश रहती है. जिसके लिए हर रोज पाक की तरफ से संघर्षविराम का उल्लंघन होता रहता है. जिसमें बेचारे आम नागरिक और सेना के जवान मारे जाते हैं. और आप बाहर बैठकर तमाशा देखते रहते हैं. जिसे आप ने अपना हीरो बनाकर ट्रेनिंग दी. एक दिन आप के देश के विनाश का कारण बन सकते हैं. कहावत कही गई है, विनाशकाले विपरीत बुद्धि वही हाल आप का है.
पाक की साख तो पहले से गिरी हुई थी. मुशर्रफ, आप ने तो पूरी ही गिरा दी. कुछ एटम बम के दम पर इतना गुमान है. तो जिनके पास परमाणु की खान है उनको कितना होना चाहिए. बड़बोलेपन को बंद करो, आतंकवाद से निपटने में विश्व का सहयोग करो.
कहते है जो किसी के लिए गढ्ढा खोदता है, वह अंत में उसी गढ्ढे में गिरता है. वक्त रहते सभंल जाओ.
रवि श्रीवास्तव
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