बौराये, मेरे नैन सजन, तेरे नैनन की चितवन से,
डोले फिरते, ढूँढे तुझको, होली खेलें जनमन से ।
- नैना तो हो गये बावरे, प्रेम विह्वल हो जायें,
मैले मन से छीन कर , श्यामल रंग लगायें ।
Ravindra
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बौराये, मेरे नैन सजन, तेरे नैनन की चितवन से,
डोले फिरते, ढूँढे तुझको, होली खेलें जनमन से ।
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