सुकून-ए-दिल, तेरे आने से,
बचता है क्या, तेरे जाने से ।
लाख़ तोहमद, एक फ़साने से,
ग़ायब ग़म , तुझे बुलाने से ।
खिली कली, तेरे मुस्कराने से,
बहारे- चमन, खिलखिलाने से ।
ख़त्म मुश्किल, नज़र आने से,
मुसर्रत मुश्तक़िल, ठहर जाने से।
लेना है क्या , इस ज़माने से,
आ भी जा , किसी बहाने से ।
' रवीन्द्र '
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