Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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लहर

 

कोई बस्ती, कोई कूचा, या कोई शहर नहीं,
कौन सी जगह है, जहाँ तू या तेरी लहर नहीं ।

 

 

' रवीन्द्र ',

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