Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

नव - वर्ष

 

नव प्रेरणा नव काव्य दे, निकंद हो सकल अमर्ष,
समृद्धि, संस्कृति, सद्भावना से पूर्ण हो नूतन वर्ष ।

 

 

 

' रवीन्द्र '

 

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ