Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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राम नाम

 

सच ही शिव है
शिव ही सुंदर,
युग- युग का
ना कोई अंतर,
वैभव दूना,
अघ ना अंदर,
राम नाम तो
है वो मंतर ।

 

 

' रवीन्द्र '

 

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