Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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रवि - The Sun

 

तुम आये तो चिड़िया चहकी,
जीवन की ये बगिया महकी,
तेज तपे तो दुनिया दहकी,
शाम हुई फिर चिड़िया चहकी ।

 

 

कुछ आते तो दुःख दे जाते,
कुछ जाते समय हैं तड़पाते,
एक 'रवि' तुम जग में बिरले,
आते जाते जग सारा हर्षाते ।

 

 

' रवीन्द्र '

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