Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सवाल

 

औरों के गम को अपना कहने वाले,
कहीं और कोई तेरा अपना तो नहीं,
सवाल उठेंगें तयक्कुन -ओ- मंशा पे,
छुपा कोशिश में कोई सपना तो नहीं ।

 

 

' रवीन्द्र '

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