Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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शिकायत

 

कुछ पल का बहलाना नहीं अच्छा,
पास आपका यूँ आना नहीं अच्छा ।

 

अरमानों को सहलाना नहीं अच्छा,
आपका अगन जलाना नहीं अच्छा ।

 

खाके कसम मुकर जाना नहीं अच्छा ।
बहाने जवाब में यूँ बनाना नहीं अच्छा ।

 

बाकी कसक का रह जाना नहीं अच्छा,
तड़पा कर दिल का जाना नहीं अच्छा ।

 

किसी को बेवज़ह रुलाना नहीं अच्छा,
जाने को आपका आना नहीं अच्छा ।

 

मेहताब है तेरा ये आशिक़ दिल 'रवि',
आफ़ताब इसे कहलवाना नहीं अच्छा ।

 

 

' रवीन्द्र '

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