Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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!! अतीत !!

 

Rohini Tiwari

 


कहना सभी का, होता है जो , अच्छे के लिए,
अतीत भुलाकर जीना, हमेशा वर्तमान के लिए !
उज्जवल भविष्य की कामना मन में लिए ,
नयी राहों की दिशा तलाशने के लिए !
लेकिन कैसे भुलाऊ उन अतीतो के लम्हो को ,
जिनकी वजह से सुनहरा वर्तमान मिला !
उन्ही अतीतो से सिखकर वर्तमान के साथ,
उज्जवल भविष्य की मंजिले है मिली !
कहना कितना आसान है ,
लेकिन करना उतना ही मुश्किल !
जीवन में हमेशा आगे बढ़ने की उम्मीद,
कहीं न कहीं अतीत के अनुभवो से ही जागी !
बीता हुआ कल आने वाले कल के लिए,
बहुत कुछ सिखा जाता है !
आज दुःख के कांटे है ,
कल सुख की कलियाँ थी !
कल फिर शायद दुःख मिले मुझे,
अतीत में मिले वो लोग वो साथी ,
वो मेरे अपने-पराये जाने-अनजाने !
सभी से कुछ न कुछ सिखा है मैंने ,
अनमोल पलो को उनके संग जिया था मैंने ,
अपने सुनहरे अतीत में !!
आज न वो लोग है न वो लम्हें है ,
है, तो बस यादों की परछाई बसी अतीत में !
कहते है, भविष्य सुनहरा बनाओ,
कहते है, हर बार वर्तमान में जियो !
लेकिन कोई नहीं कहता अतीत को,
एक बार दिल से याद करो !
भले ही लाख बुरा हो अतीत ,
लेकिन मिलती हजारों सीख अतीत से !
कैसे भुलाऊ अपने अतीत को ?
कैसे भुलाऊ अपने उन सुनहरे लम्हो को ?
भुलाना चाहू तो भी भुला न पाऊँगी ,
आख़िरकार मेरे वर्तमान और भविष्य की
परछाई है मेरा अतीत !
न कल भूली थी न आज भूली हु ,
और न ही आनेवाले कल में भूलूंगी,
कभी मै अपना अतीत !
मुझे प्यारा है मेरा अतीत ,
दिल की गहराइयो में बसा है मेरा अतीत !
पीछे छोड़ आयी उन लम्हों और यादों के बारे में !!
.....

 

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