Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

हसरत

 

इन दिलो की हसरत तो तमन्ना है,
खुस्किस्मती है , अगर ये पूरी हो जाती है !
अधूरी रह जाये तो गम क्या करना,
यही तो तम्मनाओ की फितरत है !
जिंदगी की हसरत तो मोहब्बत है,
खुस्किस्मती है, अगर ये मिल जाती है !
अधूरी रह जाये तो गम क्या करना,
गम देना तो मोहब्बत की फितरत है !
आँखों की हसरत तो चाहत की है,
खुस्किस्मती है , अगर ये मिल जाती है !
अधूरी रह जाये तो गम क्या करना ,
नफरत देना तो चाहत की फितरत है !
दोस्तों की हसरत तो सच्चे यारो की है,
खुस्किस्मती है, अगर ये मिल जाये,
अधूरी रह जाये तो गम क्या करना,
दुश्मनी निभाना तो दोस्तों की फितरत है !
भवरे की हसरत तो रस भरे फूलो की है,
खुस्किस्मती है, ये अगर मिल जाये!
अगर न मिले तो गम क्या करना,
काँटों संग रहना तो फूलो की फितरत है !
आसमान की हसरत तो चमकते तारो की है ,
खुस्किस्मती है, ये अगर साथ रहे,
साथ न रहे तो गम क्या करना !
टूटकर बिखरना तो तारो की फितरत है,
बादलो की हसरत तो सुहानी वादियों की है !
खुस्किस्मती है, ये अगर मिल जाये,
ये न भी मिले तो गम क्या करना !
काली घटाओ में छिपना वादियों की फितरत है !!
लबो की हसरत खिलखिलाती मुस्कान की है,
खुस्किस्मती है, ये अगर मिल जाये !
ये ना भी मिले तो गम क्या करना,
अश्रुए देना तो मुस्कान की फितरत है !
मंजिलो की हसरत तो राहो की है,
खुस्किस्मती है, अगर ये मिल जाती है !
न भी मिले तो गम क्या करना ,
पास आकर भटकाना रहो की फितरत है !
चांदनी की हसरत चमकते चाँद की है,
खुस्किस्मती है, ये अगर मिल जाए !
अगर न भी मिले तो क्या करना,
अँधेरी रातो में छिपना चाँद की फितरत है !

 

 

meri ye kavita mere swargiya pitaji ki yaad gari me

 

Rohini Tiwari

 

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ