कोशिशो से उम्मीदे जनम लेती है
उम्मीदों से राहे बनती है
और राहो से मंजिल तक जाने का रास्ता मिलता है
बस जरुरत है एक बेइंतहा कोशिश और सच्ची उम्मीद की
इन्हे अगर हम अपने अंतर्मन में जागृत कर ले तो दुर्गम से दुर्गम पथ भी सौम्य और सरल बन जाता है
और आँखों में बसा हर सपना सच हो जाता है साथ ही मेहनत का रंग सुनहरा बनकर हमारे जीवन में चमकीले रंग भर देता है और फिर हिम्मतो से कारवां बनता चला जाता है और ये दुनिया हमारी दीवानी बन जाती है बस कोशिश एक कला है जिसे बस दिल से सीखने की जरुरत है अगर ये कला हम सीख गए तो पूरा जीवन सार्थक और सुगम है
साथ ही राहो में मिलनेवाला हर काँटा पुष्प में तब्दील हो जाता है और उससे निकलनेवाली मधुर सुगंध हमारे जीवन को और हमें भी सुमधुर और सुगन्धित बनाती है
धन्यवाद
रोहिणी विश्वनाथ तिवारी
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