Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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जागो जवान देश के नौजवान

 

जागो जवान देश के नौजवान
सब उठे हैं लेके देश की मशाल
अमर हो स्वतंत्रता

 

 

ऊंची ऊंची चोटियां तुम भी ये ही ठान लो
गहरी गहरी खाईयां तुम भी ये ही वचन लो
देश के सिपाहियों आओ आगे बढो
देश के लिए जियो देश केलिए मरो

 

 

डस रहा आतंकवाद देश को मांगती बलिदान हैं जवानियां
देनी होगी आज देश के लिए सैंडों हमे कुर्वानियां
क्रान्ति की मशाल से मशाल को जलाले तू
हो गए शहीद जोउनको करले याद तू

 

 

मां पुकारती है आज फिर देख रही है राह अपने लाल की
चंद सिरफिरों की वजह से ही हो रही है मां बेहाल सी
याद तू हर वार कर धार रख तलवार पर
कांपने लगे दुश्मन तेरी हर ललकार पर

 

 

रूपा शर्मा 

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