Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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दर्द से हमारा रिश्ता था

 

दर्द से हमारा रिश्ता था ,
पर ये बात पुराना था/
तुम से फिर यु मिलना था ,
के दर्द ये फिर सुलगना था /

 

 

वो प्यार की बाते ,
जीने-मरने की बाते ,
थे तो सिर्फ बाते/

 

 

वो प्यार का एक महल होना,
वो सपनो का साकार होना,
थे तो सिर्फ बाते/

 

 

न तुम से मै यु मिलता ,
न फिर ये दर्द सुलगता/

दर्द से हमारा रिश्ता था ,
पर ये बात पुराना था/

 

 


By Sagar T.E.A

 

 

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