Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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वो नम्र दिलें , वो कहा है

 

ये दिल टूट गया तो क्या हुआ ,
कोई दिल तोड़ गया तो क्या हुआ,
ये वक़्त भी गुज़र जायेगा ,
कोई हमसफ़र और मिल जायेगा /

 


वो नम्र दिले कहा है,
बेदर्द-ज़ालिम तो यहाँ हज़ार है ,
ये आँखे , ये दिल के रास्ते ,
वो हमसफ़र को तरसे,
वो एकपल का सुकून …वो कहा है ,
वो नम्र दिलें ……………वो कहा है/

 

 


By Sagar T.E.A

 

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