Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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ये मोहब्बत कहा !

 

वादा करके मुकर जाने के बाद ,
प्यार करके फिर धोका देने के बाद,
लोग नयें रिश्ते ढूंढ़ते है,
बस चंद ही दिनों के बाद/


वादा वो सच था या नहीं ,
प्यार वो सच्चा था या नहीं,
सवाल कुछ ऐसे है ढेर सारा ,
मैं जागता रहता हु रात-भर सारा/


सच है की ज़माना अब वो नहीं रहा,
मोहब्बत की राह अब वीरान हो रहा,
तेज चलती इस दुनिया से मैं हार,
पर मोहब्बत से रिश्ता रहेगा हमारा/


हम जैसों की दुनिया में भीड़ है कम ,
मोहब्बत की राह में लोग है काम,
पल-भर यहाँ, तो पल-भर वहा,
मनोरंजन ये ऐसा, ये मोहब्बत कहा/

 


By Sagar T.E.A

 

 

 

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