कैसे हैँ ये भारत के बेटे
तनिक नहीँ लजाते हैँ
अंग्रेजोँ की दी जनवरी पर
दिल का प्यार लुटाते हैँ
चैत हमारा नववर्ष है
इस बात को कैसे भूल गए?
भारत माँ से क्या खता हुई
कि उसके बेटे रूठ गए
हिन्द देश के रहने वालोँ !
धिक्कार तुम्हारे जीवन पर
एक पल तुमको शर्म न आई
आज नववर्ष मनाते वक्त
जनवरी को मारो गोली
चैत माह मेँ नववर्ष मनाओ
भारत माँ को रोने मत दो
रोते 'सागर' को चुप कराओ.
सागर यादव 'जख्मी'
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