Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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चुहिया रानी

 

चुहिया रानी पहने के लहंगा

पहुँच गई स्कूल

जल्दी -जल्दी मेँ वह पेँसिल

घर पे आई भूल

टीचर भालूजी ने अंग्रेजी के

कुछ शब्द लिखने को बोला

यह सुनकर चुहिया जी को

झट से आ गया रोना

चुहिया जी का रोना सुनकर

भालूजी गुस्साए

क्योँ रोती हो ? मुझे बताओ

मोटी छड़ी दिखाए

चुहिया रानी ने रो - रोकर

सारा हाल सुनाया

फिर न होगी गलती ऐसी

भालू को ये विश्वास दिलाया

चुहिया जी की बातेँ सुनकर

भालूजी मुस्काए

अच्छे बच्चे कभी न रोते

चुहिया को समझाए

स्कूल जाने से पहले वह अब

बैग अपना चेक करती है

फिर शाला मेँ जाकर

खूब मजे से पढ़ती है

 

 

 

सागर यादव 'जख्मी'

 

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