फौजी मुझे बना दे मम्मी
एक बंदूक मँगा दे मम्मी
सरहद पर लड़ने जाऊँगा
दुश्मन को मार भगाऊँगा
गर्मी ,जाड़ा या हो वर्षा
एक पैर पर खड़ा रहूँगा
मातृभूमि की सेवा करते
मै निज प्राण त्यजूँगा
मेरे माथे पर झटपट
विजय तिलक लगा दे मम्मी
फौजी मुझे बना दे मम्मी
एक बंदूक मँगा दे मम्मी
सागर यादव 'जख्मी'
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