जंगल मेँ एकबार शेर ने
कविसम्मेलन करवाया
बड़े -प्रतिष्ठित कवियोँ को
काव्यपाठ हेतु बुलवाया
बारी -बारी से सबने
कविता खूब सुनाई
बिल्ली मौसी ने भी
ताली खूब बजाई
रचनाकार - सागर यादव 'जख्मी
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जंगल मेँ एकबार शेर ने
कविसम्मेलन करवाया
बड़े -प्रतिष्ठित कवियोँ को
काव्यपाठ हेतु बुलवाया
बारी -बारी से सबने
कविता खूब सुनाई
बिल्ली मौसी ने भी
ताली खूब बजाई
रचनाकार - सागर यादव 'जख्मी
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