Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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परमपिता की महिमा

 

किससे सीखा है तुमने

इतना प्यारा गान बहन

अच्छी लगती है सबको

तेरी मीठी तान बहन

कोयल से मैने आ बोली-

अब तो खोलो राज बहन

किसने दी है तुमको

इतनी प्यारी आवाज बहन

बसन्त ऋतु के आते ही

तुम भी आ जाती हो

अपने मीठे गीतोँ से

सबका जी बहलाती हो

मैना से तब कोयल बोली -

सुनो लगाकर ध्यान बहन

सब परमपिता की महिमा है

जग करता जिसका गुणगान बहन.

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रचनाकार - सागर यादव 'जख्मी '

 

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