प्यार भी एक बीमारी है
बच के रहना चिँगारी है
मौत के बाहुबल के आगे
जिँदगी सदा ही हारी है
मुझको चाहने वाले बता
तू धनी है या भिखारी है
काले केश ,झील सी आँखेँ
ये लड़की अभी कुवाँरी है
हर पल जपता राम का नाम
ये राधेश्याम पुजारी है
-सागर यादव 'जख्मी'
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