Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सदा -सदा के लिए ,छोड़कर जाने वाले

 

सदा -सदा के लिए ,छोड़कर जाने वाले

तू हर पल खुश रहे, मुझको रुलाने वाले

 

तेरी आँखोँ की कसम , ये दिल झूम उठता है

तुझे जब रब कहते ,हैँ जमाने वाले

 

मुझे अब हर शय मेँ,तेरा अक्स दिखता है

आ गले से लग जा,दूरियाँ बनाने वाले

 

बीच राह मेँ कभी ,तनहा मत छोड़ देना

प्यार क्या होता है ,मुझको सिखाने वाले

 

 

-सागर यादव 'जख्मी'

 

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