Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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अपने गम की नुमाइश न कर

 

अपने गम की नुमाइश न कर,
अपने नसीब की आजमाइश न कर,

 


जो तेरे है वो तेरे पास खुद आयेंगे,
हररोज उन्हें पाने की ख्वाहिश न कर,

 


छू ले तू आसमान जमीं की तलाश न कर,
जी ले तू जिन्दगी ख़ुशी की तलाश न कर,

 


तक़दीर बदल जायेगी अपने आप ही ए दोस्त,
मुस्कुराना सिख ले वजह की तू तलाश न कर !!

 

 

संचिता

 

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