अपने गम की नुमाइश न कर,
अपने नसीब की आजमाइश न कर,
जो तेरे है वो तेरे पास खुद आयेंगे,
हररोज उन्हें पाने की ख्वाहिश न कर,
छू ले तू आसमान जमीं की तलाश न कर,
जी ले तू जिन्दगी ख़ुशी की तलाश न कर,
तक़दीर बदल जायेगी अपने आप ही ए दोस्त,
मुस्कुराना सिख ले वजह की तू तलाश न कर !!
संचिता
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