Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

जिंदगी एक पहेली

 

जिंदगी को समझ पाना ना है सरल ,
फ़िर मंन ने कहा जिंदगी को समझने का होगा कोई तोह हल ??
दिल बोला जीवन का हर मोड़ है बड़ा नाज़ुक ,
हिम्मत बोला तू बढ़ता चल ,तू कभी ना झुक।
जज्बा बोला मैं हूँ तेरे साथ तू लड़ता जा,
सफर बोला आगे का रास्ता है कठिन पर तू ना रुक।
वक्त बोला तू हर दर्द को भूल कर आगे चलता जा ,
सपना बोला तू आँख में हर उम्मीद को पंख दे और उड़ता जा. .
उजाला बोला तू ना डर अंधेरो से ,तू हर कठिनाई को पार करता जा।
जिंदगी बोली अर्थ है मेरे अनेक ,पर हर रुप में मै श्रेस्ठ हूँ ,
तू मुझको सिर्फ़ हसकर जीता जा।

 

 

 

 

संचिता

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ