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Dr. Srimati Tara Singh
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शायरियां-१५

 

 

shayariyan

 

वो इंसान गरीब है , जिसके पास पैसा होते हुए भी अपनों की कमी है ,
और वो इंसान अमीर है जिसके पास पैसा नहीं है पर अपनों का प्यार है।

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सापनो की उड़ान में तोह हम भी आस्मां को छूना चाहते है
पर हम यह भी नहीं भूलते की असली जगह हमारी इस ज़मीन पर ही है

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ना सोचो तुमने क्या पाया और क्या खोया है
सोचो जितना भी है पाया उसमें खुश हमको अभ रहना है
तभी इंसान सुख का असली अनुभव कर पाया है।
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Written by
Sanchita

 

 

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