Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

शायरिया-16

 

 

shayariyan

 

ना करो किसी पे इतना ऐतबार की वो आपको कमज़ोर बना डाले
यहाँ मौसम दस्तक दे कर बदलते है ,
पर इंसान यहाँ कब बदल जाते है , यह खुदा के सिवा कोई ना जाने।

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
पैसा और रिश्ते जब ज़िन्दगी में आते है ,तब अपने संग खूब खुशिया लाते है
पर जब जीवन से यह चले जाते है , तोह इंसान को कितना बेबस सा कर जाते है??

--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
उनके हर इल्ज़ामों को हमने सिर झुका के कबूल था कर लिया
पर दर्द तब हुआ जब उन्होंने मेरे प्यार को दिखावा है कहकर ठुकरा दिया।
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

समझ आता नहीं की कैसे इतनी आसानी से हमारी ज़िन्दगी का फैसला यह ज़माना ले लेता है
यह ज़माना ही फिर कहता है ,की यह ज़िन्दगी जीने का हक़ सिर्फ हमारा खुदका है

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------


Written and copyrighted by
Sanchita

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ