बङे दिन हो गये कभी रो कर नही देखा
इन आँखो को आँसुओं से धो कर नही देखा
गुजर रही है जीन्दगी जागते-जागते यादो मे तेरी
अरसा गुजर गया कभी सो कर नही देखा
हर रोज करते है तेरी तस्वीर से बाते
उम्र हो गयी तुझे छू कर नही देखा
लाख धोखा खा चुके है इस खुदा से हम
कभी उसको भरोसे पर उतरते नही देखा
कई फसाने सुन चुके है प्यार के हमने
सच्ची जोङीयों को प्यार मे मिलते नही देखा
सुना है सुरलोक मिलता है प्यार मे जान खो कर के
अभी तो प्यार मे हमने जान खो कर नही देखा
Sandeep "Albela "
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