कभी लबो की हँसी
कभी नैनो का पानी
कुछ रिश्तो का ताना बाना
कुछ खोना कुछ पाना
जीवन कुछ नही अनसुलझी कहानी है ।।
कही हार कही जीत
कही तेरा कही मेरा
कही गम की घोर निराशा
कही किश्मत बदलने की परिभाषा
अनंत पथ पर आगे बढ़ना इसकी नीशानी है।।
किसी ने दौलत कमायी
किसी ने शोहरत कमायी
वो जो सबसे गरीब था
उसने तो बस इज्जत कमायी
जिन्दगी, दिवानो की दीवानी है ।।
किसी ने चमचे बनाये है
किसी ने यार बनाये है
मै, किसी से गिर के नही मिला
मैने बैरी हजार बनाये है ।।
जिन्दगी कतरा कतरा सूखा है कतरा कतरा पानी है ।।
जितनी बड़ी भूल
उतनी बड़ी सीख
जितनी बड़ी हार
उतनी बड़ी जीत
जिन्दगी कुछ नही बहती रवानी है ।।
******** संदीप अलबेला ********
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