टूटा हूँ मै हाल से अपने, जुड़ क्यो नही पाता ।
खुशियो को नजर जामाने की लगी, गमो पर असर क्यो नही होता ।
हर दिल मे खुदा बसता है, लबो पर दुआए है।
फिर सबकी दुवाओं का असर क्यो नही होता।
Sandeep Albela
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टूटा हूँ मै हाल से अपने, जुड़ क्यो नही पाता ।
खुशियो को नजर जामाने की लगी, गमो पर असर क्यो नही होता ।
हर दिल मे खुदा बसता है, लबो पर दुआए है।
फिर सबकी दुवाओं का असर क्यो नही होता।
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