उम्मिदो का सुरज हर दिन
नया सवेरा छोड़ जाता है
हर मद्धम हवा का झोका
तेरी भीनी खूश्बू छोड़ जाता है
जाने नजरो क्या हुआ है मेरी
ये यार हर चेहरे मे तु ही नजर आता है
°•°•°•°•°•संदीप अलबेला•°•°•°•°•°
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उम्मिदो का सुरज हर दिन
नया सवेरा छोड़ जाता है
हर मद्धम हवा का झोका
तेरी भीनी खूश्बू छोड़ जाता है
जाने नजरो क्या हुआ है मेरी
ये यार हर चेहरे मे तु ही नजर आता है
°•°•°•°•°•संदीप अलबेला•°•°•°•°•°
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