Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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दिल में तनहाई पनपती है

 

दिल में तनहाई पनपती है
जब तुम्हारी याद दिल में उभरती है
रात में सितारे भी तुम्हारे दिदार को
रात रात जागकर तरसते है
तुम्हारे ही इंतजार में वे अकसर
चाँद से आँख मिचोली खेलते है
सितारो के इंतजार को मायुस न करो
सूरज की रोशनी में न सही
बस एक बार चाँदनी रात में यही
असल मे न सही तो ख्वाबो में ही सही
तुम्हारे दिवानो के लिए आना ही होगा
सितारों का आरमा पुरा करना ही होगा

 

 

संगीता देशपांडे

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