Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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मुझे उड़ने दो

 

 

mahila diwas

 

"मुझे उड़ने दो "

मुझे नीले गगन की ऊँचाइयों छूने दो ,

 बेशक मेरा सहयोग मत करो ,

मुझे पैसे भी मत दो ,

मेरे लिए चिंता भी मत करो ,

लेकिन इतनी गुजारिश है मुझे रोको भी मत ।

सुनो आखिरी आबाज यही है मेरी ~~~~~महिला दिवस

 

 

संजय कुमार अविनाश

 

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