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बागेश्वर धाम : काव्य संग्रह सनातन का मील का पत्थर

 
बागेश्वर धाम : काव्य संग्रह सनातन का मील का पत्थर

शब्दों से धर्म की भावों की धारा " बागेश्वर धाम काव्य संग्रह  :"में रचनाकार की रचनाओं का समावेश कर लेखक संजय वर्मा "दृष्टि "  ने इसे  रचनाकारों के  लिए धर्म विषयों में काव्य रच कर साहित्य  जगत को दिये जाने वाला सनातन परंपरा का विलक्षण सम्मान का प्रतीक बताया है |हमरंग प्रकाशन की  प्रकाशित कृति निसंदेह प्रशंसनीय है । इसी तारतम्य में भूमिका में लेखक  ने यह बात ठीक कही -पाश्चात्य संस्कृति में लिप्त होने पर हम हमारे तीज त्योहारों से दूर होते रहे है | जैसा की शीर्षक से ही पता चल रहा है कि हिंदू धर्म में कितने उत्कर्ष पर ले जाते है | हिंदू धर्म  बिना हमारा जीवन अधूरा है | 
"जब बागेश्वर धाम  धार्मिक किताब का संस्करण रचा  हो तो उसका तो कहना ही क्या ? क्योंकि सनातन.,हिंदू राष्ट्र निर्माण एवं बालाजी के  शब्द भाव और अर्थ जैसे  त्रिवेणी हो । उसके द्धारा रचे काव्य सनातन भाव -विचार की परम्परा एवं संस्कृति झरने सी लगती है । 
तीज त्योहारों संग प्रकृति के विभिन्न रंगों को  अपनी रचना में बखूबी से शब्द भाव को ढाला है -
काव्य के इस सौंदर्य -बोध को परखने के लिए पुनीत  ह्रदय की आवश्यकता है । 
"जिंदगी का यह रूप जिंदगी के विभिन्न पहलुओं का दर्शन कराता है व् जिंदगी में एक नए रंग भी भरता है ।हर नारी "भक्ति सशक्तिकरण का सजीव चित्रण करती काव्य रचना  सृजनात्मक सोच की एक कशिश पैदा कर सच करने की अदम्य क्षमता रखती । लेखन के क्षेत्र में अपनी शसक्त पहचान बनाने वाले और मंच पर ,टीवी ,आकाशवाणी की सक्रिय भूमिका निभाने वाले लेखक संजय वर्मा "दॄष्टि "रचनाकार से सभी भली-भान्ति परिचित है। नारी शक्ति स्त्री ही तो निडरता  का साक्षात् रूप होती है। बस साहस की बुलंदियों पर होंसलों  का मकसद बरक़रार रखना होगा ताकि सही मायने में सम्मान की अधिकारी बन सके । महिलाओं को धार्मिक ग्रँथ पढ़ने की प्रेरणा देने से महिला सशक्तिकरण और भी मजबूत होगा। इस हेतु महिलाओं की सक्रियता की भूमिका होना चाहिए ताकि समाधान  एवं मुश्किलों का सामना करने हेतु वे हर कठिनाइयों का सामना निडर होकर कर सके साथ ही अपने हक़ की परिभाषा को सही मायने में पा सके । विभिन्न विषयों को काव्य का माध्यम  बनाकर सुन्दर अभिव्यक्ति प्रदान की है ।वही अधिकतर काव्य रचनाओं में श्री बाघेश्वर धाम  की उपासना करती काव्य रचनाये  समाहित है | 
 हिन्दू धर्म  के विभिन्न पहलुओं को पहचान  की और उनके सनातन धर्म से हक़ की परिभाषा  को विभिन्न रचनाओं के जरिये पहचान कराई बाघेश्वर धाम   काव्य संकलन में ऐसी कई एक से बढ़कर एक रचना समाहित है । लेखक इस दिशा में भी सक्रिय है उनका मानना है कि " देश हिंदू राष्ट्र के साथ  और भी मजबूत बने इस हेतु सनातन धर्म को आगे लाने  की सक्रियता में देश के युवको की सक्रिय भूमिका होना चाहिए ताकि समाधान की रोशनी फैलाने की आवश्यकता एवं मुश्किलों का सामना करने हेतु वे हर कठिनाइयों का सामना निडर होकर कर सके साथ ही अपने हक़ की परिभाषा को सही मायने में पा सके "।  संजय वर्मा "दृष्टि "ने साहित्य के क्षेत्र में ये कर दिखाया है। उनके सम्मान का परचम सदा लहराता रहे एवं उन्हें सम्मान मिलते रहे यही हमारी कामना है ।संजय वर्मा "दृष्टि "का बागेश्वर धाम  काव्य संग्रह  १००% दिलों में जगह बनाएगा इसमें कोई शक नहीं है। हमारी यही शुभकामनाएं है । निसंदेह सफलता की ओर अग्रसर होगा यही शुभकामनाएं है । 
बागेश्वर धाम  : काव्य संग्रह  
प्रकाशक - हमरंग 
लेखक   -संजय वर्मा "दृष्टि "
मूल्य - /-120
संपर्क 125 बलिदानी भगत सिंह मार्ग ,मनावर जिला धार(म प्र ) 
  9893070756                                       
  समीक्षक -श्रीमती मंजू वर्मा                                             
       मनावर जिला धार म प्र 

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