छोरा का लालच मे बेटी के मति मारों
बेटियाँ तो होवे है समाज को सच्चो सहारों
भ्रूण -हत्या करनोतो जघन्य अपराध होवे
इकी सजा मिले तो मनक जदी घणो रोवें
अपन सब मिलके बेटी होण के बचावंगा
समाज मे रिश्ता होण को सुख पावंगा
बेटी बिना रिश्तों जोडवा सारु घणा तरसांगा
छोरा होण के ली के ब्याव सारु दर-दर भट्कांगा
बिटियाँ बचावा सारु सबके या बात समझाओं
भ्रूण -हत्या करनो पाप है यो सन्देश फैलाओ
* संजय वर्मा "दृष्टि "
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