होवे लालची
दायजा का भिखारी
मांग्या करेजावा शादी मे
दूसरा की बढाई
केसा हितेसीदेवे कहाँ से
मन तो फोटू मे
शुभ आशीषलोग होण के
पानी को भी नी पूछें
काहे का सेठआलू सबके
बनई लेवे दोस्त
दिल नरम********************************
संजय वर्मा "दृष्टी "
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