सूखी जमीन
खाने को कुछ नहीं
उदास मन
इंसान प्रेमी
मन बाते जानता
खाने में कमी
संजय वर्मा "दृष्टि "
Powered by Froala Editor
सूखी जमीन
खाने को कुछ नहीं
उदास मन
इंसान प्रेमी
मन बाते जानता
खाने में कमी
संजय वर्मा "दृष्टि "
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY