Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सुनों बात हमारी

 

भ्रूण हत्या करने वालों
सुनों जरा बात हमारी
देखों ऊपर नर्क है
होगी वही गति तुम्हारी ।

 

लालच करके स्नेह को
खो चुके हो तुम
लड़के के लिए लड़की
मांगने पर तब लगोगे भिखारी ।

 

पीढ़ियों की सीढियों को
लालच में यूँ न उखाड़ो
निर्दोष मांए भ्रूण हत्या से
हो जाएगी दुखियारी ।

 

याद रखना जरा
बेटियों को मारने वालों
देख रहे है तुम्हें
सजा देने के लिए उपर वाले ।

 

नर्क में मिलेगी जगह
जो है ये कृत्य करने वालों
होश में आकर संभल जाओ
बेटे की लालच में बहकने वालों ।

 

बहना न होगी तो
बहती रहेगी आँखे तुम्हारी
हाथ करेंगे अफ़सोस
कहेंगे सुनों वेदना हमारी ।

 

ये सही है बेटियां भी
वंश को चलाती
जिन्दंगी में ये ही तो है
जो खुशियों झोलिया में भर जाती ।

 

भ्रूण हत्या पर रोक लगे
ये ही है गुहार अब हमारी
खिलखिलाती रहे बिटियाँए
ये ही अरज है अब हमारी ।

 

 

 

संजय वर्मा 'दृष्टि '

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