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Dr. Srimati Tara Singh
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स्वान प्राचीन काल से अहम

 

स्वान प्राचीन काल से अहम



भूमिका निभाते आ रहे है

26/11हमले में आतंक के खिलाफ अहम भूमिका निभाने वाले श्वान  की कुछ दिनों पूर्व मृत्यु  के समाचार पढ़कर   आँखे नम  हो गई । देखा  जाए तो श्वान खतरा सूघं लेने मे माहिर होते है |इनके प्रशिक्षण और देखभाल पर सुरक्षा बल गोर कर रहा है | सूघने कि क्षमता के कारण श्वान दस्ते आपदा प्रबधन मे भरोसे लायक सिद्ध हुये है |आतंकवादियों द्धारा  रखे जाने वाली विस्फोटक पदार्थों को सूंघ कर देश मे होने वाली जान मॉल कि हानि को ये कम करने मे अपनी अहम् भूमिका अदा करते है |विदेशों मे  पालतू श्वान  कि भावनाओं को समझने कि दिशा मे जापान द्धारा मशीन भी इजाद की है |श्वान के प्रति जापान ही नहीं भारत मे भी प्राचीन समय मे उनकी भावनाओं को समझा जाता रहा है |पांडवों के हिमालय जाते समय धर्मराज के संग श्वान भी साथ था |भारत मे श्वान  के लिये आज हर घर मे रोटी रखी जाती है |खेतों मे,घरों मे सुरक्षा हेतु असुरक्षा के खतरों से अवगत करने हेतु पाला जाता है | विदेशों मे खासकर ब्रिटन मे  श्वान  की पूंछ  काटे जाने का रिवाज है जो की अत्याचार की श्रेणी मे आता है ,इस पर रोक लगाना आवश्यक है |श्वान के हितो एवम  उनकी बेहतर देखभाल पर ध्यान देना होगा ताकि हमारी सुरक्षा के आधार मजबूत बन सके ।सर्वप्रथम श्वान   के मालिकों  को  सबसे पहले उनकी बेहतर देखभाल करने  पर ध्यान देना होगा ताकि हमारी सुरक्षा के आधार मजबूत बन सके |आवारा श्वानों  पर कड़ी निगरानी रख कर दूसरों को परेशानी ना उठाना पड़े ऐसी व्यवस्था की जाना  चाहिए साथ ही  अस्पतालों मे रेबीज के टीकों की व्यवस्था भी  होनी चाहिए |


बेदर्दी इन्सान

मोहल्ले में रात को भोकती कुतिया
सतर्क कर देती
कोई आ रहा है ?
सभी धर्म के लोग उसे रोटी डालते
वो खा लेती
दुम आभार स्वरुप हिलाती ।

कुतिया के पिल्लो को
चोरी से कुछ लोग उठा ले गये
माँ का स्नेह -दुलार क्या होता है
उन्हें इससे क्या वास्ता ?

रोती -कराहती कुतिया
ढूंढ रही अपने बच्चों को
वो अब दी जाने वाली रोटी भी
नहीं खा रही ।

खाए भी तो केसे
बच्चों के माँ से अलग होने का दर्द
एक माँ ही समझ सकती है
जेसे भ्रूण -हत्या होने पर
इंसानों में माँ को होता है
दर्द ।

कुतिया सोच रही है
यदि में इन्सान होती तो बताती
इंसानों को अपनी वेदना
कोन सुने -समझे उसकी वेदना
वो समझ रही है
केसे -केसे दुनिया में है
बेदर्दी इन्सान जो करते है भ्रूण हत्या
और कुछ लोग चुराकर दूर करते है
हमसे हमारे पिल्लै ।

संजय वर्मा 'दृष्टि '
125,शहीद भगत सिंग मार्ग
मनावर जिला -धार (म प्र )

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