Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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कितना अच्छा लगता है

 

जो कर दे पलटवार झूठ पर

तो वो बच्चा लगता है! 

कि दूसरों पर किचड़ फेंकना

कितना अच्छा लगता है!! 


बजा दे तालियाँ हर बात पर जो

तो वह इंसान कच्चा लगता है! 

खुद की गिरेबान में झांकना

फिर शरमाना, कितना सच्चा लगता है!! 


हर विचार की जो खाल निकालता

वो व्यक्ति कितना भद्दा लगता है! 

खुद गलती करना, मुस्काना

फिर पीठ थपथपाना,कितना अच्छा लगता है!!


बिन परखे मित्र बना लेना

फिर तो निश्चित गच्चा ही लगता है! 

बुद्धि-विवेक रख देते हैं जो शून्य में

जीवन में फिर तो धक्का ही लगता है!! 


#क्षात्र_लेखनी  @SantoshKshatra





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