Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

वसंत ऋतु आयी

 

वसंत ऋतु आयी


Inbox
x




संतोष सिंह क्षात्र 

AttachmentsTue, Jan 28, 4:11 PM (15 hours ago)




to me 








आया ऋतु राज वसंत आया। 

संग साथ ढ़ेरों खुशियाँ लाया।। 


चारों दिशाओं में फैली हरियाली। 

खेतों में सरसों की पिताम्बरी छायी।। 


आम की डाली आने लगीं बौर। 

लागे जैसे दूल्हे के सिर मौर।। 


गुलाब, गेंदा और कमल है मस्ती में। 

तितली, भौरा और मधुमख्खी गिरते गस्ती में।। 


हल्की शरद है हल्की गरमी। 

खुशनुमा है यह मौसम मरती।। 


कृषकों के लिए मस्ती का दौर। 

पूरे मेहनत का अब आयेगा भोर।। 


देखो बच्चों ऋतु राज आया। 

समेट खुशियाँ साथ लाया।। 


पकड़े हाथ सजधज होली आयी। 

बच्चों बुढ़ों में मस्ती छायी।। 


गुलाल, अबीर, रंग लगाया। 

नृत्य किया प्यार लुटाया।। 


देखो ऋतु राज वसंत दौड़ा आया। 

सबको हृदय से उपहार लाया।। 

                                      #क्षात्र_लेखनी


द्वारा-

       संतोष सिंह क्षात्र

       सम्पर्क-९४५२७२३२३७





Attachments area



Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ